कलियुग: एक अद्वितीय युग हिंदू धर्म में चार युगों का वर्णन मिलता है: सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग। इनमें से कलियुग को विशेष महत्व दिया गया है। इसकी विशेषता यह है कि इसमें भगवान के नाम का स्मरण ही मोक्ष का साधन माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे कि “कलियुग केवल नाम अधारा”… Continue reading ” कलियुग केवल नाम अधारा ” – चार युगों में श्रेष्ठ युग कलियुग क्यों है
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नाम जाप का महत्व: 108 बार जाप की आध्यात्मिक ऊर्जा और गुरुओं की दृष्टि
नाम जाप का महत्व और गुरुओं की दृष्टि में इसकी अहमियत नाम जाप हिन्दू धर्म में आध्यात्मिक उन्नति का एक सशक्त साधन है। यह भगवान के पवित्र नाम का बार-बार उच्चारण करके ध्यान और साधना का मार्ग प्रशस्त करता है। राम, कृष्ण, और राधा जैसे दिव्य नामों का जाप आत्मा को शुद्ध करता है और… Continue reading नाम जाप का महत्व: 108 बार जाप की आध्यात्मिक ऊर्जा और गुरुओं की दृष्टि